अ
- आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं
- आए भी अकेला
- अकेला हूँ मैं
- अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी
- अगर स्वामी दयानन्द
- अच्छी अच्छी प्यारी प्यारी माँ
- अजब हैरान हूं भगवन
- आज अंधेरे
- आज कल में ढल गया
- आज के इस इंसान
- आज मिल सब गीत
- आज सुनो हम गीत
- आर्य वीर दल
- आर्य समाज कर्ता
- आर्य समाज हमारा हैं
- अति धन्यवाद परमेश्वर
- आरती कुंजबिहारी की
- आदमी जो कहता है
- आदमी मुसाफिर है
- आना है तो आ राह में
- अब सौंप दिया
- अल्लाह तेरो नाम
ए
ग
च
ज
- जग में सुन्दर है दो नाम
- जग में सुन्दर हैं दो नाम
- ज्ञान रूपी गंगा और कर्म रूपी
- ज्योत से ज्योत जगाते चलो
- जिनके हृदय श्री राम बसे
- जिसका साथी है भगवान
- जिस डगर को दयानन्द
- जिस नर में आत्मा शक्ति है
- ज़िन्दगी एक सफ़र है सुहाना
- ज़िन्दगी के सफ़र में गुज़र
- जनम जनम का साथ है निभाने को
- जन गण मन अधिनायक
- जब कोई बात बिगड़
- जय कृष्ण हरे श्री कृष्ण हरे
- जय गणेश जय गणेश
- जय गणेश जय गणेश
- जय जगदीश हरे
- जय जय नारायण नारायण
- जय जय पिता परम आनन्द दाता
- जय रघुनन्दन जय सियाराम
- जय हे महालक्ष्मी माँ
- जहा याद करो भगवान वही
- जाऊँ कहाँ बता ऐ दिल
- जाने वाली दुल्हन
- जाने वालों ज़रा
- जा री बहना जा
- जीना यहाँ मरना यहाँ
- जीवन सफल बनाना
- जैसा दुनिया में कर्म कमाएगा तू
- जैसे सूरज की गर्मी से
- जो आया है एक दिन उसको
- जो करें ओम से प्रीत
- जो तू मिटाना चाहे जीवन की तृष्णा
छ
ज़
त
द
- द्विज वेद पढ़े
- दिन ढल जाये हाय
- दिल एक मंदिर है
- दर्शन दो घनश्याम
- दयानन्द की जय दयानन्द जय हो
- दयानंद के वीर सैनिक बनेंगे
- दयालु दया कर
- दया कर दान विद्या का
- दया मैं ज्योति मन मंदिर
- दया मैं पिता मैं बनू
- दाता एक राम
- दुख दूर कर हमारे
- दुखी मन मेरे
- दुनिया ने चढ़ाएं फूल तुझे
- दुनिया बनाने वाले
- दुनिया में आकर दुनिया के बंदे
- दुनिया में हम आये हैं
- दुनियां वालो देव दयानंद
- दुःख हरो द्वारकानाथ
- दूसरो का दुखड़ा
- देख तेरे संसार की हालत
- देखा न कोई दूजा
- देखो ऐ दीवानो
- दोस्त दोस्त ना रहा
- दोस्त, दोस्त ना रहा
- दोस्तों की कॉल का
- दो घड़ी भगवान का
- दो घड़ी भगवान का (v2)
- दो रंग दुनिया के
- दो दिन का जग में मेला सब
- दो दिन का जग में (v2)
ध
ब
- बच्चे मन के सच्चे
- ब्रह्मन्! स्वराष्ट्र में हों
- ब्राह्मण स्वराष्ट्र में हो
- बिन भजन के जगत
- बड़ी देर भई नंदलाला
- बन्दो चरण कमल रघुनन्दन
- बनवारी रे, जीने का सहारा
- बन से आजा राम घर आई
- बहना ओ बहना
- बहना ओ बहना
- बहारों फूल बरसाओ
- बार बार दिन ये आये
- बाबुल की दुआएँ लेती जा
- बाबुल कौन घडी ये आयी
- बुराइयों को कभी
- बृन्दावन का कृष्ण कन्हैया
- बड़ा निराला बड़ा ही पावन
- बड़ा निराला बड़ा ही पावन
- बड़े प्यार से मिलना सबसे
भ
य
ह
- हरि का ध्यान लगा मन मेरे
- हमने जग की अज़ब
- हम को मन की शक्ति देना
- हम ने तुझको प्यार
- हम है बालक नादान प्रभु
- हुआ ध्यान में ईश्वर
- हे अन धन की महारानी
- हे जगत पिता भगवान
- हे जग त्राता विश्वविधाता
- हे रामचंद्र कह गए
- हे रोम रोम में बसने वाले राम
- हे दयामय आपका हमको
- हे दयामय हम सबो को
- हे प्रभु आनंद दाता
- हे परम तीर्थ
- हे विभो आनन्द-सिन्धु
- हे शारदे माँ
- होठों पे सच्चाई रहती है
- होठों पे सच्चाई रहती है